‘अकेलापन’ इस संसार में सबसे बड़ी सज़ा है.! और ‘एकांत’ सबसे बड़ा वरदान.! ये दो समानार्थी दिखने वाले शब्दों के अर्थ में आकाश पाताल का अंतर है। अकेलेपन में छटपटाहट है, एकांत में आराम.! अकेलेपन में घबराहट है, एकांत में शांति। जब तक हमारी नज़र बाहरकी ओर है तब तक …
